एक बार एक बूढ़ी औरत ने अपनी आंखो की रोशनी खो दी और अंधी हो गई । उसने एक डॉक्टर को बुलवाया और एक बहुत बड़ी राशि का भुगतान यदि वह उसे ठीक कर दे तब करने पर सहमत हुई ।
लेकिन अगर वह ठीक नहीं हुई तो एक फूटी कौड़ी भी नहीं देगी । डॉक्टर दैनिक इलाज के लिए उसके घर आता था ।
उसने घर से महिला का फर्नीचर और अन्य कीमती चीजें चुराना शुरू कर दिया । वह हर रोज एक चीज महिला के घर से ले गया।
इसलिये महिला के इलाज में देरी की । महिला के घर से सभी फर्नीचर और मूल्यवान वस्तुए लेने के बाद उसने महिला को ठीक किया ।
अब डॉक्टर ने महिला से अपनी फीस की मांग की । लेकिन महिला ने फीस का भुगतान करने से इनकार कर दिया और कहा कि वह पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है ।
डॉक्टर ने अदालत में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया । न्यायाधीश द्वारा यह पूछे जाने पर कि शुल्क का भुगतान क्यों नहीं किया उसने अदालत को बताया कि उसकी आंखों की दृष्टि पूरी तरह से बहाल नहीं की है ।
वह अपने फर्नीचर और घर में अन्य वस्तुए नहीं देख सकी । जज बहुत चालाक था । वह मामला समझ गया और डॉक्टर को सजा दी ।